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दुनिया की सबसे महंगी खेती | हॉप शूट्स की खेती कैसे करे | Hop Shoots Farming in India

हॉप्स शूट्स सबसे महंगी खेती रूप में जाना जाता है। हॉप्स शूट्स को औषधि पौधे के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इसका इस्तेमाल सब्जी बनाने सहित कई महंगी वस्तु बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसके शंकुओं से बीयर को सुगंधित बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। तथा कई प्रकार के टॉनिक और दवाइयाँ भी बनाई जाती हैं। दुनिया की सबसे महंगी सब्जी हॉप्स शूट्स सब्जी मानी जाती है। इसकी कीमत भारतीय रुपये मे देखे तो 80 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है।

किसान भाइयों हॉप्स शूट्स की खेती सबसे महंगी खेती होती है। यदि आप इसकी खेती करके लाभ कमाना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको उपयुक्त मिट्टी और जलवायु के बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है। हॉप्स शूट्स की खेती कैसे करे इसके बारे में पुरी जानकारी दी गयी है।

हॉप शूट्स की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु

हॉप शूट्स की खेती केवल अधिक ठंडे प्रदेशों में ही की जा सकती है। आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में पैदावार कर सकते हैं। जैसे दोमट मिट्टी व चिकनी दोमट मिट्टी तथा रेतीली मिट्टी उपयुक्त मिट्टी मानी गई है। इसकी खेती नदियों के किनारे करना उपयुक्त माना गया है। क्योंकि वहां पर पौधे जलस्तर को आसानी से प्राप्त कर सकते है।

खेती करने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करनी चाहिए। क्योकि इस खेती के लिए खेत का पीएच मान कम से कम 6 से 7 के बीच में होना चाहिए। इस प्रकार की खेती ठंडे जलवायु मे करना बहुत ही उचित माना गया है। इसके लिए अधिकतम डिग्री 18 डिग्री तथा न्यूनतम -20 डिग्री तापमान माना गया है। भारत देश में हिमाचल प्रदेश में इसकी खेती करने के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है। वैसे इसकी खेती सभी राज्यों में की जा सकती है।

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हॉप शूट्‌स खेती की पैदावार किस्में

हॉप शूट्स खेती एक महंगी खेती के रुप मे जानी जाती है। इसकी खेती व्यापारिक तौर की जा सकता है, इसके लिए पैदावार क़िस्मों इस प्रकार है:- गोल्डन क्लस्टर, लेट क्लस्टर और हाइब्रिड-2 आदि ।

हॉप शूट्‌स की खेती कैसे होती है

हॉप शूट्स खेती एक बेल रुप पौधा होता है। इसकी खेती करने के लिए पौधों की रोपाई कंद के माध्यम से की जाती है । क्यो यह पौधा बेलरुपी पौधा इसके लिए खेत में दोनों साइड 2 स्तम्भों मे जाली के तार से बांध दिया जाता है। इसकी रोपाई करते समय 6 से 9 फ़ीट वर्टिकल दूरी पर करें। रोपाई के बाद सिंचाई जरुर करें। इसके पौधों को धूप की आवश्यकता होती है। इसके अलावा रोपाई करने से पहले 5 से 6 इंच गहरा जैविक का खाद डालना चाहिए तथा खेत में जल निकासी सुविधा होनी चाहिए।

हॉप शूट्‌स खेती केवल मादा पौधों की

हॉप शूट्‌स की खेती केवल मादा नर पौधों का ही किया जाता है। क्योंकि उसी के फूलों का उपयोग कई प्रकार के बीयर और दवाइयां बनाने में उपयोग किया जाता है। सिर्फ मादा पेड़ों पर उगने वाले हॉप के फूलों को ही तैयार होने दिया जाता है।यह जमीन पर ना लगे इसके लिए इसे काफी ऊपर तार या जाली के माध्यम से बाधा जाता है।

हॉप शूट्स खेती की सिंचाई

हॉप शूट्स खेती की सिंचाई ड्रॉप शिपिंग विधि से किया जाता है। जिससे पौधे भूमि से पोषक आसानी प्राप्त कर सके और पौधा अच्छा से ग्रो हो सके। इसकी खेती में कम से कम 6 इंच गहराई तक पानी की जरूरत होती है।

हॉप शूट्स के लिए खाद और उवर्रक

इसकी खेती करने के लिए हमें कम से कम 200 -250 ग्राम सुपर फास्फेट, 150-200 म्यूरेट ऑफ़ पोटाश रिपोर्ट और 80-100 किलोग्राम नाइट्रोजन के साथ साथ हमें कम से कम 30 से 35 टन गोबर की खाद या जैविक खाद की जरूरत पड़ती है। इसकी अच्छी पैदावार के लिए। नाइट्रोजन और पोटाश की आधी मात्रा को पौधे के रोपाई करते समय ही दे। तथा बाकी बची मात्रा बाद में दे। गोबर और जैविक खाद को मिट्टी को तैयरा करते समय ही अच्छी तरह से मिला देना चाहिए।

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हॉप शूट्‌स खेती की तुड़ाई

फसल को लगाने के दो-तीन महीने बाद ही इसमे से हॉप के फूल निकलने लगते हैं। और कुछ हफ्तों में यह फलों के रूप में दिखाई देना शुरू हो जाते हैं। इसकी सामान्य तुड़ाई अगस्त और सितंबर महीने के मध्य में की जाती है। फल जब हल्के पीले रंग के हो जाए तब हमें इसकी तुड़ाई कर देना चाहिए। नहीं तो इसके खराब होने के चांस ज्यादा रहते हैं।

हॉप शूट्‌स फल की प्रोसेसिंग कैसे होता है

इसके फलों को तोड़कर प्रोसेसिंग के लिए भेजा दिया जाता है। इसके बाद वहां पर इसको गर्म हवा से सुखाया जाता है। क्यो इसमे नमी का असर लगभग 70 से 80 पर्सेंट होता। गर्म हवा देने के बाद इसके नमी के स्तर 5-6% तक किया जाता है।इसके बाद सूखी हुई पत्तियों को अधिक समय के लिए खुशबू और चिपचिपा पदार्थ की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हवा रहित पैकिंग करके इसे बचाया जाता है।

हॉप शूट्‌स की खेती से कमाई

हॉप शूट्‌स की खेती की कमाई की बात किया जाए 1 एकड़ में लगभग 400 से लेकर 600 किलोग्राम तक उत्पादन होता है। अगर वही इसकी बाजार में 1 किलोग्राम कीमत की बात किया जाए। तो लगभग 80 हाजर से 90 हजार रुपये है। इसकी खेती करके किसान में करोड़ों रुपए कमा सकते हैं।

FAQ :

Q : हॉप शूट्‌स की खेती किन देशो मे की जाती है?

Ans : इसकी खेती की कनाडा, चीन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, यूरोप, अमेरिका सहित देशो मे किया जाता है।

Q : भारत मे हॉप शूट्‌स की खेती कहाँ होती है?

Ans : भारत में भी करीब 35 से 40 साल तक हिमाचल प्रदेश के बेहद ठंडे इलाके हॉप की खेती की गई है।

Q : हॉप शूट्‌स का क्यो उपयोग होता है?

Ans : इसका ज्याद तक उपयोग बीयर बनाने के लिए, एंटीबाडी की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे शरीर की गंभीर रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। कहा जाता है कि इसके प्रयोग से जवान और त्वचा चमकदार बनती है। ये अनिद्रा और तनाव को भी दूर करता है।

Q : हॉप शूट्स क्या है?

Ans : हॉप शूट्स एक फूल होता इसके फूल का बीयर बनाने में उपयोग होता है जबकि इसकी टहनियों का सब्जी बनाने मे उयोग होता है। इसको खान आम आदमी के बस की बात नहीं है। यह काफी कड़वा आता है।

 

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