सरसो के ताजा भाव | mustard oil price news today | सरसो के भाव आई अचानक तेजी | सरसो का न्यूनतम समर्थन मूल्य | mustard oil price news in hindi | Mustard Price in Today किसान भाइयों को इस समय सरसों के भाव में समर्थन मूल्य से भी कम दाम मिल रहा है। सरकारी खरीद न होने के कारण किसानों को बड़ा घाटा सहना पड़ रहा है। सरकार की तरफ से खरीदारी ना होने के कारण किसानों को खुली बिक्री पर 300 से 400 रुपये तक का बड़ा नकसान हो रहा है। फिलहाल मंडियों में इस समय 4900 से 5220 के हिसाब से सरसों भाव मिल रहे है। जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य 5425 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया था।
आप सभी किसान भाइयों को बता दें कि अभी सरकार ने सरसो की खरीदारी शुरू नहीं की है जबकि मंडियों में नई सरसों के आवक पिछले 1से 2 महीने से हो रही है। इसके लिए किसानों को व्यापारियों को सरसो मजबूरी मे बेचने पड़ रहे है।
सरकार कब से Mustard Price पर करेगी खरीदारी
किसान भाइयों आपको बता दें कि सरकार 20 मार्च से खरीदारी शुरू करने वाली है। एक ताजा रिपोर्ट की जानकारी के अनुसार सरकार पहले 28 मार्च से सरसों के समर्थन मूल्य पर खरीदारी करने वाली थी। लेकिन मंडियों में सरसों के समर्थन मूल्य से भाव कम होने के कारण सरकार अब 20 मार्च से पहले ही सरकार मंडियों में खरीदारी शुरु कर देगी ताकि किसान भाइयों को सही दाम मिल सके और उनको को अपनी फसल पर नुकसान ना उठाना पड़े।
किसानों के साथ व्यापारियों कर रहे हैं मनमानी
अगर सरकार द्वारा सरसो खरीदेगी में देरी होती है तो किसान भाइयों को और भी घाटा सहने की आशंका है। क्योंकि माना जा रहा है कि व्यापारी मनमाने रेट पर किसान भाइयों से सरसों की खरीदारी कर रहे हैं। सरकार खरीदारी शुरु कर के तेल मील व्यापारियों को अपनी फैक्ट्री में तेल और सरसों के स्टॉक को पूरा करने के लिए समर्थन मूल्य से अधिक या लगभग समर्थन मूल्य पर सरसों के लिए खरीदारी करनी पड़ेगी।
किसान को कब मिलेगा सरसों के पूरे दाम
रवि सीजन 2023-24 के लिए सरसों का एमएसपी सरकार द्वारा 5450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था। केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2022 में इसकी एमएसपी को 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी, माना जा रहा था कि सरसों उत्पादन पर किसान भाइयों को प्रति क्विंटल 2650 रुपये का खर्च करना पड़ता है। इस बार 104% वृद्धि करके सरकार ने MSP तय किया था।
सरकार सीजन-2 लागत 3740 रुपये प्रति क्किटल तय किया था। लेकिन किसान इसी लागत पर एमएसपी तय करने की मांग कर रहे थे। लेकिन सरकार सरकार ए2+एफएल पैमाने से एमएसपी तय किया था। इसमे स्वामीनाथन कमीशन सरकार ने सरसों के समर्थन मूल्य निर्धारण करने के वकालत भी की थी।
Also Read
निषर्क
आज के इस महत्वपूर्ण आर्टिकल हमने किसानो को कब मिलेगा सरसो का न्यूनतम समर्थन मूल्य, यह जानकारी कैसी लगी हमे जरुर बताये अगर आप सभी का कोई भी सावल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स मेंं ज़रूर लिखें साथ ही साथ इस लेख को सभी किसान भाइयों तक शेयर ज़रूर करें, धन्यवाद।
Mustard Price News FAQs:-
1.) किसानों को सरसों का समर्थन मूल्य से कम क्यों मिल रहा है और नुकसान का सामना करना पड़ रहा है?
Ans:- सरकारी खरीद नहीं होने के कारण किसान अपनी सरसों व्यापारियों को समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बेचने को विवश हैं. इससे उन्हें 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
2.) सरकार समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद कब शुरू करेगी?
Ans:- हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार 28 मार्च की पूर्व घोषित तिथि से पहले 20 मार्च से सरसों की खरीद शुरू करेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि किसानों को सही कीमत मिले और उनकी फसलों को नुकसान न उठाना पड़े।
3.) सरसों की सरकारी खरीद में देरी हुई तो क्या होगा?
Ans:- सरकारी खरीद में देरी होने पर व्यापारी किसानों से मनमानी दर पर सरसों खरीद सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक नुकसान उठाना पड़ता है.
4.) किसानों को सरसों का पूरा दाम कब मिलेगा?
Ans:- रवि सीजन 2023-24 के लिए सरसों का एमएसपी सरकार द्वारा 5450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था, जो सीजन-2 की लागत से 104% अधिक है। हालांकि, सरकार ने एमएसपी को ए2+एफएल स्केल से तय किया था, जबकि किसान इसे सीजन-2 की लागत 3740 रुपये प्रति क्विंटल पर तय करने की मांग कर रहे थे.