भुट्टा, जिसे मक्का या मकई के रूप में भी जाना जाता है, यह एक अनाज है। भुट्टा खाने के फायदे, यह दुनिया में सबसे अधिक रूप से उगाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण फसलों में से एक है। भुट्टा को कच्चे भून कर खाया जाता है। इसके साथ साथ भुट्टा का कई प्रकार से उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग कई तरह से किया जाता है, जैसे कि कॉर्नब्रेड, टॉर्टिला, पॉपकॉर्न, कॉर्न फ्लेक्स और सब्जी के रुप में उपयोग किया जाता है। इसके साथ साथ इसका उपयोग पशु चारा के लिए, जैव ईंधन के रूप में, जैसे इथेनॉल, स्टार्च, तेल और बायोप्लास्टिक्स के उत्पादन में कच्चे माल के रूप में किया जाता है। आज, यह दुनिया भर के कई देशों में उगाया जाता है और वैश्विक कृषि और खाद्य उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भुट्टा का वैज्ञानिक नाम एवं कुल ( Corn Scientific Name in Hindi )
- भुट्टा का वैज्ञानिक नाम Zea mays ) है।
- यह पोएसी कुल का पौधा हैं। जिसे आमतौर पर घास परिवार के रूप में जाना जाता है
- इसके अन्य नाम हैं- भुट्टा, मक्का या मकई इत्यादि।
- भुट्टा की रेसिपी कैसे बनाई जाती है। आइये जानते हैं भुट्टा पकौड़ा रेसिपी कैसे बनाएं।
भुट्टा की रेसपी
भुट्टा सेहत के लिए अच्छा माना जाता है भुट्टा खाने से शरीर के कई रोग खत्म हो जाते है। आज हम आपको भुट्टा पकौड़ा के फायदे, भुट्टा पकौड़ा कैसे बनाये जिसके लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री जुटाने की जरूरत नहीं है और बहुत ही कम समय में भुट्टा पकौड़ा बनाकर तैयार कर सकते है।
भुट्टा पकौड़ा बनाने के लिए सामान
- मकई के दाने (Corn )
- बेसन (besan)
- चावल का आटा (rice flour)
- प्याज(onion)
- हरी मिर्च ( green chilies)
- हल्दी पाउडर (turmeric powder)
- लाल मिर्च पाउडर (red chili powder)
- जीरा पाउडर (cumin powder)
- धनिया पाउडर (coriander powder)
- नमक (Salt )
- तेल (Oil)
- हरा धनिया (Fresh coriander)
भुट्टा पकौड़ा बनाने की विधि
- एक बर्तन में मकई के दाने, बेसन, चावल का आटा, कटे हुए प्याज़, हरी मिर्च, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालें। सभी को अच्छी तरह मिलाएं।
- धीरे-धीरे पानी डालें, थोड़ा-थोड़ा करके, और गाढ़ा घोल बनाने के लिए मिलाएँ। बैटर इतना गाढ़ा होना चाहिए कि मकई के दानों पर अच्छी तरह से लग जाए।
- अब एक गहरे कड़ाही में मध्यम आँच पर तेल गरम करें।
- जब तेल गरम हो जाए तो बैटर के छोटे-छोटे टुकड़े लेकर गरम तेल में डाल दें.
- जब पकौड़ों को गोल्डन ब्राउन होने के बाद तल लीजिए.
- पक जाने के बाद, पकौड़ों को एक स्लेटेड चम्मच का उपयोग करके हटा दें और उन्हें अतिरिक्त तेल निकालने के लिए कागज़ के तौलिये से ढकी हुई प्लेट पर रखें।
- बचे हुए बैटर के साथ दुबारा यही प्रक्रिया को दोहराएं।
- मक्के के पकौड़ों को ताज़ा कटे हरे धनिये डाले।
- अपनी मनपसंद चटनी या सॉस के साथ गरमागरम परोसें।
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भुट्टा के फायदे (Benefits of Corn in Hindi)
भुट्टा बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके बारे में पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे है। आप इसे पुरा पढ़े
1. एनीमिया के लिए भुट्टा खाने के फायदे
भुट्टा फोलेट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है, जिसे विटामिन बी9 भी कहा जाता है। फोलेट लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। एनीमिया कभी-कभी भुट्टा की कमी के कारण हो सकता है। संतुलित आहार के हिस्से के रूप में मकई का सेवन फोलेट के स्तर को बढ़ाने और लाल रक्त कोशिका के उत्पादन में मदद कर सकता है। इसके साथ भुट्टा में विटामिन और खनिजों सहित कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ करने मे मदद करते है।
2. आंखों के लिए भुट्टा के फायदे
भुट्टा में ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट आँखों को हानिकारक मुक्त कणों और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं इसके साथ-साथ मकई में मौजूद पोषक तत्व, जैसे विटामिन सी और विटामिन ई, आंखों के स्वास्थ्य में मदद करते हैं। कोलेजन के उत्पादन के लिए विटामिन सी आवश्यक है, जो भुट्टा मे पाया जाता है।
3. त्वचा के लिए भुट्टा खाने के फायदे
भुट्टा विटामिन सी और बीटा कैरोटीन समेत एंटीऑक्सीडेंट में पाये जाते है। ये एंटीऑक्सिडेंट त्वचा को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं, जो अस्थिर अणु होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं इसके साथ-साथ भुट्टा में विटामिन ए और ई जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो त्वचा को मॉइस्चराइज़ और पोषण देता है। यह एक स्वस्थ और चमकदार त्वचा को बनाता है।
4. कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भुट्टा खाने के फायदे
भुट्टा फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। अपने आहार में भुट्टा को शामिल करके, आप शरीर मे फाइबर की वृद्धि कर सकते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। भुट्टा में फाइटोस्टेरॉल, पौधे के यौगिक होते हैं जिनकी संरचना कोलेस्ट्रॉल के समान होती है। ये फाइटोस्टेरॉल आंतों में अवशोषण के लिए कोलेस्ट्रॉल के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
भुट्टा खाने के नुकसान (Side Effects of Corn Hindi)
भुट्टा के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने भुट्टा के खाने से कुछ नुकसान के बारे में बताया है।
- भुट्टा को खाने से कुछ व्यक्तियों मे एलर्जी की समस्या देखी गई है। जिसमे खुजली, त्वचा पर चकत्ते, सूजन, सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है।
- भुट्टा का सेवन करने के बाद कुछ लोगों को पाचन संबंधी परेशानी या गैस का अनुभव हो सकता है। यह भुट्टा में पाये जाने वाले कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के कारण हो सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1.) भुट्टा का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
Answer:-भुट्टा का वैज्ञानिक नाम Zea mays ) है।
2.) भुट्टे की तासीर क्या होती है?
Answer:- भुट्टा तासीर गर्म होता है, इसलिए इसे खाने के बाद पानी नही पीना चाहिए।
3.) भुट्टा कब खाना चाहिए?
Answer:- आयुर्वेद के अनुसार, भुट्टा को बरसात और सर्दियों के मौसम में खाना चाहिए। इसमे फाइबर और ऐंटिऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ विटमिन-सी पाया जाता है।