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हल्दी के फायदे और नुकसान, वैज्ञानिक नाम, बनने वाली रेसपी

हल्दी एक पीले रंग का मसाला है जिसका उपयोग खाना बनाते समय किया जाता है। हल्दी के फायदे, यह Curcuma longa पौधे की जड़ से आता है, जो अदरक परिवार का सदस्य है। हल्दी में एक गर्म, कड़वा स्वाद और एक विशिष्ट सुगंध होती है। हल्दी का उपयोग कई हजारों वर्षों से विशेष रूप से आयुर्वेदिक मे होता आ रहा है। हल्दी मे करक्यूमिन नामक एक यौगिक पाया जाता है, जो कई स्वास्थ्य लाभ मे उपयोग होता हैं। करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो पुरानी बीमारियों को कम करने और स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।

हल्दी का वैज्ञानिक नाम एवं कुल ( Turmeric
Scientific Name in Hindi )

  • हल्दी का वैज्ञानिक नाम कुरकुमा लोंगा (Curcuma longa) है।
  • यह Zingiberaceae कुल का पौधा है।
  • हल्दी की रेसिपी कैसे बनाई जाती है। आइये जानते हैं कच्ची हल्दी की सब्जी कैसे बनाएं।

हल्दी की रेसपी

हल्दी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है हल्दी खाने से शरीर के कई रोग खत्म हो जाते है। आज हम आपको हल्दी की सब्जी के फायदे, हल्दी की सब्जी कैसे बनाये जिसके लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री जुटाने की जरूरत नहीं है और बहुत ही कम समय में हल्दी की सब्जी बनाकर तैयार कर सकते है।

कच्ची हल्दी की सब्जी बनाने के लिए सामान

  • कच्ची हल्दी (raw turmeric )
  • नारियल का दूध (नारियल का दूध)
  • लहसुन (garlic)
  • अदरक (ginger )
  • प्याज(onion)
  • हरी मिर्च ( green chilies)
  • नींबू का रस ( garam masala)
  • नमक (Salt )
  • तेल (Oil)
  • हरा धनिया (Fresh coriander)

कच्ची हल्दी की सब्जी बनाने की विधि

  • एक मिक्सर में, कद्दूकस की हुई कच्ची हल्दी, कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च, कद्दूकस किया हुआ अदरक, नींबू का रस और नमक मिलाएं। सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाएं।
  • एक छोटे कराही में नारियल के तेल को धीमी आंच पर तब तक गर्म करें जब तक वह पिघल न जाए।
  • इसके बाद हल्दी के मिश्रण के ऊपर पिघला हुआ नारियल का तेल डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
  • जब मिश्रण में धीरे-धीरे नारियल का दूध डालें, और लगातार चलाते रहें जब तक कि सब कुछ अच्छी तरह से मिल न जाए और एक मलाईदार स्थिरता न बन जाए।
  • इसके बाद करी को चखें और यदि आवश्यक हो तो अधिक नमक या नींबू का रस मिलाकर मसाला मिलाएँ।
  • इसके बाद कढ़ी को लगभग 10-15 मिनट के लिए रखे रहे ताकि स्वाद एक साथ मिल जाए।
  • इसके बाद कच्‍ची हल्‍दी की करी को कटोरियों में परोसें और अगर चाहें तो ताजी धनिया की पत्तिया उपर से डाले।
  • आप कच्ची हल्दी की करी को एक डिश के रूप में आनंद ले सकते हैं

नोट: कच्ची हल्दी का स्वाद तेज़ और तीखा होता है, इसलिए करी का स्वाद अनोखा होगा। यदि आपको यह बहुत तीव्र लगता है, तो आप थोड़ा और नारियल का दूध मिला सकते हैं या इसे थोड़े से पानी से पतला कर सकते हैं।

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हल्दी के फायदे (Benefits of Turmeric
in Hindi)

हल्दी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके बारे में पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे है। आप इसे पुरा पढ़े

1. पाचन के लिए हल्दी के फायदे

जैसा की हमने उपर बताया कि हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक पाये जाते है। जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह पाचन तंत्र संबंधी परेशानी के ठीक करने मे मदद करते है। पारंपरिक रूप से हल्दी का उपयोग अपच और पेट फूलने के प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि यह पाचन तंत्र को शांत करने, गैस को कम करने और अपच से जुड़ी परेशानी को कम करने में मदद करता है।

2. आंखों के लिए हल्दी के फायदे

हल्दी में करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। ऑक्सीडेटिव तनाव, शरीर में मुक्त कणों और एंटीऑक्सिडेंट के बीच असंतुलन के कारण होता है, जो आखो के रोगों के विकास और प्रगति में योगदान कर सकता है। हल्दी के एंटीऑक्सीडेंट गुण मुक्त कणों को खत्म करने में मदद करते हैं। ड्राई आई सिंड्रोम एक सामान्य स्थिति है। जिससे आंखों में परेशानी और जलन होती है। हल्दी के उपयोग से इसको कम किया जा सकता है।

3. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी के फायदे

हल्दी में रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो बैक्टीरिया, वायरस और कवक सहित कुछ रोगजनकों के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं। और हानिकारक सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को रोककर एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली बनाने मे मदद करते है। प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक स्वस्थ माइक्रोबायोम को बढ़ावा देकर, आंत की सूजन को कम करके मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बनाने मे मदद करता है।

4. हड्डियों के लिए हल्दी  के फायदे

हल्दी को पारंपरिक रूप से दर्द से राहत के लिए प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। पुराना दर्द शारीरिक गतिविधि को कम करके और मांसपेशियों की कमजोरी को जन्म देकर हड्डियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। हल्दी मांसपेशियों की ताकत को बनाए रखने मे और हड्डी को मजबूत करने मे मदद करती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हल्दी हड्डी के स्वास्थ्य के लिए लाभ प्रदान कर सकती है, लेकिन इसका उपयोग बिना डाक्टर के नही करना चाहिए।

हल्दी खाने के नुकसान (Side Effects of Turmeric
Hindi)

हल्दी के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने हल्दी के खाने से कुछ नुकसान के बारे में बताया है।

  • कुछ व्यक्तियों को हल्दी से एलर्जी हो सकती है । एलर्जी की प्रतिक्रियाएं हल्के लक्षणों जैसे खुजली और त्वचा पर चकत्ते से लेकर सांस लेने में कठिनाई हो सकती हैं।
  • हल्दी कुछ दवाओं के साथ रिएक्शन कर सकती है। इसका उपयोग बिना डाक्टर के नही करना चाहिए।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1.) हल्दी का वैज्ञानिक नाम क्या है ?

Answer:- हल्दी का वैज्ञानिक नाम कुरकुमा लोंगा (Curcuma longa) है।

2.) हल्दी का दूध कब नहीं पीना चाहिए?

Answer:- अगर आपके शरीर में खून की कमी आयरन की कमी है तो आप हल्दी के साथ दूध का सेवन कर सकते है। अगर आपको पेट की समस्या है तो आप बिना डॉक्टर की सलाह के हल्दी के साथ दूध का उपयोग ना करें।

3.) यदि आप खाली पेट पर 7 दिनों के लिए गर्म हल्दी पानी हर सुबह पीने क्या होता है?

Answer:- अगर आप सुबह में खाली पेट गर्म पानी के साथ हल्दी का सेवन करते हैं तो इससे आपके वजन घटने में मदद मिल सकती है साथ ही साथ आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।

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