रसभरी एक प्रकार का फल है जो नरम, लाल रंग के साथ छोटे, गोल जामुन होते हैं, लेकिन कुछ किस्में पीले, काले या बैंगनी रंग की भी होती हैं। रसभरी अपने मीठे-तीखे स्वाद के लिए जाना जाता है। रसभरी न केवल स्वादिष्ट होती है स्वास्थ्य के लिए कई लाभ भी प्रदान करती है। इसमे कई विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट पाये जाते है। विशेष रूप से विटामिन सी और मैंगनीज अधिक मात्रा मे पाये जाते है। इसमे फाइबर अधिक मात्रा मे पाया जाता हैं। रसभरी खाने से कई फायदे हो सकते हैं।
रसभरी का वैज्ञानिक नाम एवं कुल ( Apricots Scientific Name in Hindi )
- रसभरी का वैज्ञानिक नाम रूबस इडियस ( Rubus idaeus.) है। “इडियस” तुर्की के एक पर्वत माउंट इडा से लिया गया है, जहां माना जाता है कि रसभरी की उत्पत्ति यही से हुई थी।
- यह जीनस कुल का पौधा हैं।
- इसका का उपयोग करके जैम, जेली और डेसर्ट आदि बनाये जाते है।
- रसभरी की रेसिपी कैसे बनाई जाती है। आइये जानते हैं रसभरी की जूस कैसे बनता है।
रसभरी की रेसपी
रसभरी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है रसभरी खाने से शरीर के कई रोग खत्म हो जाते है। फिलहाल रसभरी की कोई रेसपी नही बनती है।
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रसभरी के फायदे (Benefits of apricots in Hindi)
रसभरी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके बारे में पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे है। आप इसे पुरा पढ़े
1. फैट को कम करने के लिए रसभरी के फायदे
अन्य फलों की तुलना में रसभरी में कैलोरी कम होता है। एक कप रसभरी में लगभग 64 कैलोरी होती है, जो वजन कम करने मे मदद करता है। जैसा की हमने उपर बताया की रसभरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। जो वजन कम करने मे मदद करता है। इसके साथ-साथ रसभरी में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर मे पानी कमी नही होने देता है। यह वजन घटाने के प्रयासों मे मदद करता है।
2. आंखों के लिए रसभरी के फायदे
रसभरी विटामिन सी, विटामिन ई, और फाइटोकेमिकल्स जैसे एंथोसायनिन और एलेगिक एसिड सहित एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। ये एंटीऑक्सिडेंट आँखों को ऑक्सीडेटिव तनाव और मुक्त कणों से होने नुकसान से बचाते है। विटामिन सी, यह आंखों में रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखने और कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो आंखों के कॉर्निया और रेटिना की संरचना और ताकत के लिए आवश्यक है।
3. हड्डी स्वास्थ्य के लिए रसभरी खाने के फायदे
रसभरी कैल्शियम से भरपूर होता और यह मजबूत हड्डियों के निर्माण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसा की हमने उपर बताया की रसभरी विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। हड्डी स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त विटामिन सी का सेवन महत्वपूर्ण है जिससे हड्डी की ताकत और लचीलापन बनाये रखने मे मदद मिलती है। रसभरी एंथोसायनिन और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है। यह सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है।
4. स्वस्थ मस्तिष्क के लिए रसभरी के फायदे
रसभरी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जिसमें विटामिन सी और एंथोसायनिन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स शामिल हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करते हैं और मस्तिष्क की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। रसभरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मस्तिष्क में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं और संभावित रूप से संज्ञानात्मक गिरावट के जोखिम को कम कर सकते हैं।
5. गर्भावस्था के लिए रसभरी के फायदे
रसभरी फोलेट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है जो एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए महत्वपूर्ण है। फोलेट बच्चे की न्यूरल ट्यूब के शुरुआती विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और स्पाइना बिफिडा जैसे न्यूरल ट्यूब दोषों को रोकने में मदद कर सकता है। गर्भावस्था से पहले और उसके दौरान पर्याप्त फोलेट का सेवन आवश्यक होता है। रसभरी फाइबर से भरपूर होता है, जो गर्भावस्था के पाचन को स्वस्थ रखने मे मदद करती है। फाइबर नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है और पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करता है
6. मधुमेह रोगियों के लिए रसभरी के फायदे
रसभरी घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर से भरपूर होता है। फाइबर कार्बोहाइड्रेट के पाचन और अवशोषण को धीमा करने में मदद करता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। रास्पबेरी विटामिन सी और विभिन्न फाइटोकेमिकल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स से भरे हुए हैं, जो मधुमेह वाले व्यक्तियों में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने मे मदद करते है। रसभरी आवश्यक विटामिन, खनिज और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरी होती है। जो मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए एक पौष्टिक आहार के रुप मे कार्य करता है।
रसभरी खाने के नुकसान (Side Effects of apricots Hindi)
रसभरी के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने रसभरी के खाने से कुछ नुकसान के बारे में बताया है।
- कुछ व्यक्तियों को रसभरी खाने से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी मे हल्के खुजली या पित्ती से लेकर सांस लेने में कठिनाई जैसी अधिक गंभीर समस्या देखने को मिल सकती है।
- रसभरी, मीठा और अम्लीय होने के कारण, अत्यधिक मात्रा में सेवन करने पर पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1.) रसभरी का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
Answer:-रसभरी का वैज्ञानिक नाम रूबस इडियस ( Rubus idaeus.) है।
2.) रसभरी कौन सा फ्रूट है?
Answer:- रसभरी फल नारंगी रंग का होता है, जो बिल्कुल टमाटर जैसा दिखता है। इन्हें केप गूसबेरी, गोल्डन बेरीज, इन्का बेरी, ग्राउंड बेरी और रसभरी के नाम से भी जाना जाता है।
3.) मुझे एक दिन में कितने रसभरी खानी चाहिए?
Answer:- आप लगभग 20 ताजा रसभरी एक दिन मे खा सकते है।