देश में पशुपालन के कार्यों को बढ़ावा दें ने के लिए कई राज्य की सरकारे अपने राज्य में अलग-अलग प्रकार की योजनाएं लागू करती रहती है। इसी बीच एमपी में शिवराज सिंह चौहान ने बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों के लिए एक योजना चला रहे हैं। जिसमें जिले के कुछ प्रमुख पशुपालक कार्यों के लिए 2-2 गाय और भैंस के लिए 90 परसेंट की राशि दी जा रही है। आइए जानते हैं सरकार का मुख्य उद्देश्य और योजना का लाभ कैसे ले।
भारत देश में 60 से 70% आबादी ग्रामीण इलाके में रहती है और ग्रामीण इलाके में कमाई करने का जरिया पशुपालन सबसे अच्छा माना जाता है। गांव में लगातार कई कंपनियाँ डेरी फार्म और पशुपालन यूनिट खोलती जा रही है। जिससे गांव के लोग दूध बेचकर अच्छी कमाई कर सकें तथा पशुओं से मिला गोबर का उपयोग करके फसल के उत्पादन को भी बढ़ा सकें। देश- दुनिया में दूध की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसीलिए सरकार ग्रामीण इलाके में किसानो और युवाओं को पशुपालन बिजनेस करने के लिए प्रोत्साहन कर रही हैं।
पशुपालन के बिजनेस को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, पशु किसान क्रेडिट कार्ड और पशु बीमा योजना जैसी कई और योजनाएं चलाई जाती है। जिससे कि अधिक से अधिक लोग पशुपालन के व्यवसाय में आये। व्यवसाय करने के लिए सरकार आर्थिक रूप से मदद कर सके और जिससे वह अपने बिजनेस को बड़ा कर अच्छी खासी कमाई कर सके। देश के हर राज्य अपने राज्य में अलग-अलग प्रकार की योजनाएं चलाते रहते हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ऐसी पशुपालन योजना की जानकारी दी है। जिसके तहत गाय और भैंस से संबंधित पशुपालन कार्यों के लिए 90% का अनुदान का दिया जाऐगा।
पशुपालन कार्य के लिए 90% तक अनुदान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों के लिए वह एक योजना बना रहे हैं। जिसमें इस समुदाय के बहनों को 2 दुधारू गाय या भैंस दिये जायेगें। जिससे वह अपने जीवन मे कुछ आर्थक रुप से सुधार कर सकेंगे। पशुपालन कार्य के लिए इन पशुओं की खरीद पर 90 % तक का पैसा मध्य प्रदेश सरकार देगी। जबकि बाकी 10 परसेंट पैसा लाभार्थियों को देना होगा। मतलब अगर एक पशु 50 हजार रुपये की है । तो उसमे मध्यप्रेदश की सरकार 90% (लगभग 45 हजार रुपये सरकार देगी) बाकी 5 हजार आप अपने जेब से लगाने होगा।
मध्यप्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि इन परिवारों को दुधारू मवेशी गाय या भैंस देने से यह अपने पशुओं का दूध बेचकर अपने परिवार की आमदनी बढ़ा सकते है। मध्यप्रदेश में , खासौतर पर बैगा, भारिया और सहरिया समुदायों के लोगों को पशुपालन कार्य से भी जोड़ना चाहते है। जल्द ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा.
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पशुपालन कार्य पर लोन की सुविधा
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ने स्टेट बैंक आफ इंडिया के साथ एक साइन किया था। इस समझौते के तहत राज्य के हर पशुपालक, किसान को इस योजना से जोड़कर उन्हें लाभ देना था। इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने पर अभ्यर्थी को 2, 4, 6, 8 दुधारू पशु खरीदने के लिए जिले में तीन से चार बैंको की शाखाओं पर लोन देने की सुविधा प्रदान की गई थी। इसमे 10 लाख रुपए तक का नॉन कोलेट्रल मुद्रा लोन और 60,000 रुपये का मुद्रा लोन भी शामिल है. इस लोन के लिए लाभार्थियों को केवल 10% मार्जिन मनी सब्मिट करना होगा और इस लोन की धनराशि को 36 किस्तों में चुकाने की भी सुविधा दी गई थी।
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