भारत की अधिकतर जनसंख्या गांव से रहती है और गांव में किसान पशुपालन का कार्य करते हैं। पशुपालन में किसान भैंस, गाय का पालन बहुत बड़े स्तर पर करते हैं। गाँव के किसानो की यह एक मुख्य आमदनी का स्रोत भी है। लेकिन कभी-कभी किसान भाइयों को गाय, भैंसों को सही नस्ल का चुनाव ना होने के कारण उनका नुकसान हो जाता है। यह उनको पता भी नहीं चल पाता है। तो किसान भाइयों अगर आप भी पशुपालन का कार्य करते हैं। तो आज हम आपके लिए कुछ भैंसों की प्रमुख नस्लों के बारे में बताने वाले है। जिसका चुनाव करके आप बहुत ही कम लागत वाली भैंस को घर पर लाकर अच्छा मुनाफ कमा सकते हैं।
किसान भाइयों आपको बता दें कि भारत देश में ऐसी भी कई भैंस की नस्लें हैं। जो 1 दिन में 1000 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है। लेकिन इस प्रकार की भैंस को सभी जगह पर पालना थोड़ा सा मुश्किल होता है। क्योंकि भारत देश की मौसम हर राज्य हर जिले की अलग अलग होती है। तो इसलिए आपको अपने जिले, राज्य के हिसाब के साथ-साथ मौसम को भी देकते हुए। इस प्रकार की नस्लों को खरीदना चाहिए। जिससे आप उनकी अच्छे से देखभाल कर सके और अच्छा विकास कर सके जिससे आपको अच्छी आमदनी प्राप्त हो।
मुर्रा नस्ल की भैंस
किसान भाइयों देश में सबसे अधिक दूध देने वाली भैंस की नस्लो में मुर्रा नस्ल की भैंस सबसे प्रथम भैंस के रूप में जानी जाती है। इसका पालन पोषण उत्तर भारत के क्षेत्रों में बहुत बड़े पैमाने पर किसानों और पशुपालकों द्वारा किया जाता है। कई किसानों और पशुपालकों ने दावा किया है कि यह भैंस महीने भर में 1000 लीटर से अधिक दूध देने की क्षमता रखती है। लेकिन किसान भाइयों आपको इस बात का ध्यान रखना है कि इस भैंस को पालने के लिए आपको भैस को उतनी ही खान-पान देना होता है। जोकि सभी किसान भाइयों के लिए एक मुश्किल का कार्य हो सकता है। इसलिए इस भैंस को खरीदने से पहले आपको यह समझ लेना चाहिए की आप उसका पालन-पोषण कर सकते है। तभी इस भैंस को खरीदें नहीं तो आपका नुकसान हो सकता है। उत्तर भारत के सभी किसानों के लिए यह भैंस बहुत ही अच्छी भैंस के रूप में जानी जाती है।
सुर्ती नस्ल की भैंस
किसानों और पशुपालकों की पसंदीदा पैसों में से एक नस्ल है सुर्ती नस्ल की भैंस जो कि डेयरी व्यापारियों के लिए बहुत ही बढ़िया मानी जाती है। इस नस्ल को पालना भी काफी आसान माना जाता है। पशुपालकों और किसानों का मानना है कि यह भैंस महीने भर में 700 से लेकर 1000 लीटर तक का दूध देती है। साथ ही साथ इसके दूध में काफी गुण पाया जाता है। जो कि व्यापारियों और डेरी पशुपालकों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। क्योंकि भैंस के दूध में जितना ही फैट रहता है। उसी के हिसाब से किसानों और व्यापारियों को पैसा कंपनियों द्वारा दिया जाता है। इस भैंस के दूध की फैट में लगभग 8 से 10 % पाया जाता है ।
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मेहसाणा नस्ल की भैंस
भारत में गुजरात और महाराष्ट्र से लगे कई क्षेत्रों में मेहसाणा नस्ल की भैंस काफी प्रसिद्ध है। इस भैंस को गुजरात और महाराष्ट्र के किसान काफी बड़ी मात्रा में पालन करते हैं और किसानों का मानना है कि या भैंस महीने भर में 500 से लेकर 700 लीटर तक का दूध देती है। यह भैंस 1 दिन में लगभग 20 से 30 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है। जो किसानों के लिए काफी अच्छा है और किसान इस बात से काफी अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं।
आज का यह महत्वपूर्ण लेख किसान भाइयों आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं अगर आपका कोई भी सवाल है तो हमें कमेंट करके बताएं साथ ही साथ इस महत्वपूर्ण लेख को अपने अन्य किसान भाइयों तक जरूर पहुंचाएं जिससे वह भी इसका लाभ ले सके। धन्यवाद