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खेती करने के लिए 5 Smart तकनीक, जिससे होगी लाखों का कमाई

देश दुनिया में नई-नई टेक्नोलॉजी की मदद से आज, हर क्षेत्र में तरक्की बढ़ती जा रही है। वहीं कृषि के क्षेत्र में अभी भी किसान आधुनिक तकनीक का कम प्रयोग करते है। जिस का कारण है कि किसानो को इसके बारे मे बहुत कम पता है। आधुनिक तकनीकी का उपयोग ना करने के कारण किसा कम मुनाफा कमा पाते हैं।

लेकिन पिछले कई वर्षों से जिन किसानों ने आधुनिक तकनीकी से खेती की है। खेती ने उन किसानों का नसीब बदल दिया है। आधुनिक तकनीकी से किसान बीजो का सही प्रयोग, उचित सिंचाई, रसायनिक खादों का प्रयोग, पोषक तत्वों की आपूर्ति, सहित तमाम प्रकार के कार्य आधुनिक तकनीकी से करते हैं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त होता है। आज हम इस पोस्ट में आपको 5 आधुनिक तकनीकी के बारे में बताएंगे। जिससे किसान लाखों रुपए कमा सकते हैं।

हाइड्रोपॉनिक्स विधि से खेती

देश में जहां लगातार आबादी की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं खेती करने के लिए जमीन भी कम पड़ती जा रही हैं। जिसको देखते हुए हाइड्रोपॉनिक्स तकनीकी किसानों के लिए बहुत ही आवश्यक हो गई है। हाइड्रोपोनिक्स विधि से खेती करने के लिए किसानों को ना तो मिट्टी की जरूरत है ना खाद की। इसके लिए किसानों को सिर्फ पानी ज्यादा जरुर पड़ती है। हाइड्रोपॉनिक्स तकनीकी से सब्जी और फसल को उगाया जाता है। हाइड्रोपॉनिक्स तकनीकी से खेती करने मे सबसे बड़ी बात यह है कि आप अपने हिसाब से जलवायु को नियंत्रित भी कर सकते हैं।

हाइड्रोपॉनिक्स खेती केवल बालू और कंकड़ के साथ कुछ मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। इसको करने के लिए मोटी प्लास्टिक की पाइपों की जरूरत पड़ती है। जिसके जरिए उसमें चेंबर बनाया जाता है और उसमें खेती होती है। इस प्रकार की खेती आप कहीं से भी कंट्रोल कर सकते हैं। हाइड्रोपोनिक्स विधि से खेती में आप धनिया, टमाटर, पालक, हीरा, करेला, गुलाब, मिर्च, गोबी, बैगन सहित कई सब्जियाँ और फल आसानी से उगाई जा सकती हैं। हाइड्रोपोनिक्स विधि से खेती लाखों रुपए महीने का कमाया जा सकता है।

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ड्रोन तकनीक से खेती

केंद्र सरकार द्वारा लगातार किसानों को ड्रोन उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ड्रोन खेती द्वारा हम बड़े-बड़े खेतों में कीटनाशक, खाद, दवाओं का छिड़काव आसानी से कर सकते है। वही ड्रोन की मदद से हम खेतों की निगरानी भी कर सकते हैं। सिंचाई प्रबंधन में हमें काफी मदद मिलती है। ड्रोन खेती से हम 1 से 2 घंटे का काम केवल 10 से 15 मिनट में कर सकते हैं। वैसे कई प्रकार के ड्रोन बाजार में उपलब्ध है। लेकिन कई प्रकार के ड्रोन ने केवल कृषि उपयोग के लिए ही बनाये जा रहे हैं। जिससे किसानों को उपयोग करने में आसानी हो। सरकार भी लगातार ड्रोन खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है। जिससे किसान अधिक से अधिक ड्रोन का उपयोग करें और अपनी आमदनी को बढ़ाएं

बायो-फ्लॉक तकनीक से खेती

बायो-फ्लॉक तकनीकी एक ऐसी तकनीकी है। जहां पर हम बिना तालाब की खुदाई किए मछली का पालन करते हैं। इस तकनीकी में हमें एक टैंक की जरूरत होती है। अगर आप ज्याद बड़ा मछली पालन व्यवसाय करना चाहते है। तो आपको कई टैंक की जरुर पडेगी। इस प्रकार के टैंक मे मछली का पालन कर सकते हैं। कम खर्च और कम पानी में अधिक से अधिक मछली का उत्पादन किया जाता है। मछली व्यवसाय करने के लिए इस प्रकार की नई तकनीकी का प्रयोग करना चाहिए और अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहिए।

नैनो यूरिया तकनीक क्या है

नैनो यूरिया एक ऐसी तकनीकी है। जिससे किसानों की फसल मे पैदावार बढती है। किसान पहले सफेद रंग के दानेदार यूरिया की कई कट्टे का प्रयोग अपने खेतों में करते थे। लेकिन वही अब किसान नैनो यूरिया का प्रयोग करके फसल मे होने वाले कई प्रकार के नुकसान को बचा सकते है। नैनो यूरिया का फसलों पर छिड़काव किया जाता है। इससे फसल की पैदावार बढ़ती है। फसल में कीड़े नहीं लगते हैं। फसल को कई प्रकार की बिमारियो से बचाते है। नैनो यूरिया किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। किसानों को इसका उपयोग करना चाहिए।

स्मार्ट डेयरी फार्मिंग तकनीक

आज दुनिया डिजिटल होती जा रही है। हर प्रकार के कार्य मे सेंसर तकनीकी का प्रयोग हो रहा है। चाहे पशुओं की देखभाल हो या खेत की देखभाल, आज के समय सब स्मार्ट होता जा रहा है। स्मार्ट डेयरी फार्मिंग के जरिए किसानों की भूख-प्यास से लेकर, पशु की लोकेशन भी जान सकते हैं। कहीं भी किसी भी वक्त, किसानों को आधुनिक डेयरी फार्मिंग के तहत पशुपालन करना चाहिए। जिससे किसान कम समय में ज्यादा से ज्यादा बचत कर पाए। स्मार्ट डेयरी फार्म से किसान कई गुना तक दूध के उत्पादन को भी बढ़ा सकते है। महीने का लाखो रुपये कमा सकते है।

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