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लौकी का वैज्ञानिक नाम, फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान

लौकी एक ऐसी सब्जी है जिसको कई नामों से जाना जाता है इसे कद्दू, घिया, लौकी के नाम से जाना जाता है। यह एक ऐसा पौधा है जो लता के रूप में फैलता है और उसमें यह फल लेता है। लौकी की सब्जी के साथ-साथ इस को पकवान और कई प्रकार की मिठाइयां भी बनाई जाती हैं। लौकी मे कई प्रकार के औषधि गुण होते है जिससे औषधि दवाइयां भी बनाई जाती है। लौकी जब पूरी तरह से पक जाता है तो उसके अंदर का गूदा निकालकर उसका प्रयोग बर्तन बनाने, सितार जैसे वादियों का निर्माण करने में भी प्रयोग किया जाता है। लौकी का डिमांड मार्केट में हमेशा बना रहता है इसीलिए किसान भाई लौकी की खेती करना पसंद करते हैं। लौकी दो प्रकार की होती है लंबी बनाकर तथा गोलाकार लौकी। आइए जानते हैं लौकी से संबंधित जुड़ी हुई कुछ खास बातें। जो श्याद आप नही जानते होगें।

लौकी का वैज्ञानिक नाम एवं कुल (Gourd Scientific Name in Hindi )

लौकी का वैज्ञानिक नाम Lagenaria siceraria (सोलानम मेलोन्गेना) है। लौकी के कुल का नाम क्युकरबिटेसियाए (Cucurbitaceae) के रूप में जाना जाता है। लौकी का अधिक उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है। लौकी की खेती लगभग हर सीजन मे किया जाता है। लौकी की खेत में करने से पहले खेत मे मिट्टी में सड़ी गोबर की खाद तथा अमोनियम सल्फेट उर्वरक प्रयुक्त किया जा सकता हैं। प्रति एकड़ चार गाड़ी गोबर की खाद डाल सकते है। वही लौकी औषधि के रूप में भी काम करता है। लौकी के उपयोग से कई प्रकार की बीमारियों में लाभदायक होता है।

लौकी का निर्मित पकवान

भारत सहित पुरे विश्व में लौकी का सब्जी, जूस के रुप मे अधिक उपयोग होता है। लौकी से कई प्रकार की रेसिपी बनाई जाती है। लौकी की मसालेदार तरकारी या सब्जियां बनती हैं। भारत में लौकी के पकौडे, मिटाई, अचार, सब्जी सहित कई प्रकार की रेसिपी बनाई जाती है। जो भारतीयों को बहुत ही पसंद होता है। लौकी का उपोयग करके बनने वाली कुछ प्रमुख रेसिपीयाँ हैं जिन्हें आप नाश्ता या भोजन के साथ ले सकते हैं। जैसे-

  • स्टफ्ड लौकी
  • लौकी की यख्नी
  • बॉटल गौड़ मुस्सल्लम
  • घिया के कोफ्ते
  • लौकी का डालना
  • दूधी का हल्वा
  • घिया चना दाल
  • कढ़ी पत्ता के साथ भुनी लौकी
  • घिया मलाईवाला

लौकी का उपयोग

लौकी का उपयोग अधिकत्तर सब्जी, जूस, मिटाई बनाया जाता है। लौकी कई प्रकार की औषधीय गुणों से भरपूर है यह हमारे स्वास्थ्य संबंधित कई प्रकार की बीमारियों को बचाने में मदद करता है। लौकी खाने के बहुत सारे फायदे हैं जिसकी पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे हैं। लौकी में कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं। लौकी का सेवन करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है लेकिन किसी भी बीमारी का पूर्ण इलाज नहीं है। चलिए आपको बताते हैं कि लौकी खाने से शरीर में किस प्रकार के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में पूरी जानकारी देंगे तो आप हमारे साथ बने रहें और लौकी के जूस सहित पूरी जानकारी प्राप्त करें।

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लौकी के फायदे (Benefits of Gourd in Hindi)

अगर आप भी लौकी नहीं खाते हैं तो यह पढ़ने के बाद आप जरूर लौकी खाना शुरू कर देंगे, क्योंकि लौकी में कई प्रकार के औषधि गुण पाए जाते हैं जो हमें स्वस्थ रखने के लिए काफी मदद करते हैं। साथ ही साथ कई बीमारियों को बचाने में मदद करते हैं। लौकी के जूस बनाने की विधि और लौकी के जूस के क्या फायदे हैं इसे आपको मुख्य रूप से जाना चाहिए। लौकी के सेवन से हमारा शरीर ताजा बनाया जाता है इसमें पाई जाने वाली फाइबर की मात्रा से शरीर में फैट मात्रा को कम करती है तथा शरीर में दर्द सूजन को भी राहत दिलाने में मदद करती है। नीचे कुछ और लौकी के फायदे बताए गए हैं उसे पढ़ें।

  • लौकी में फाइबर की मात्रा बहुत ही अच्छी पाई जाती है जिसके कारण वजन कम करने में बहुत ही अच्छा मदद करता है लौकी खाने से हमारा पाचन मजबूत रहती है और हमें भूख कम लगती है जिससे हमारा वजन कम हो जाता है।
  • लौकी के जूस के बारे में तो सभी जानना चाहते हैं क्योंकि लौकी का जूस हमारे पाचन तंत्र को सही करता है एक रिसर्च के अनुसार पाया गया कि भोजन को पचाने में फाइबर बहुत ही सहायक होता है और लौकी में फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है जो पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है साथ ही साथ इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम पाई जाती है जिसके यह आसानी से डाइजेस्ट हो सकती है इसीलिए पाचन संबंधी परेशानी आसानी से ठीक हो जाती है।
  • लौकी में कई प्रकार के औषधि गुण पाए जाते हैं जो कि हमारे हृदय रोग के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होता है। लौकी के सेवन से हमारे रक्त लिपिड के स्तर में संतुलन होता है। जो हमारे दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद काम होता है। साथ ही साथ लौकी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं जो हमारे हमारे शरीर के लाभकारी का काम करते हैं डॉक्टर की सलाह माने तो आपको सुबह खाली पेट लौकी के जूस का सेवन करना चाहिए।
  • लौकी में एंटी डायबिटीज गुण भी पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने की क्षमता रखते हैं। इसीलिए मधुमेह रोगियों को लौकी का सेवन करना चाहिए जिससे उनको इससे राहत मिल सके।
  • लौकी में यूरिन डिसऑर्डर से जुड़ी समस्या को ठीक करने का गुण पाया जाता है। क्योंकि लौकी में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन और मिनरल की मात्रा पाई जाती है। इसके बीजों में एंटीबायोटिक के भी गुण पाए जाते हैं जो यूरो इनटेक इंफेक्शन की समस्या से बचाने में मदद करते हैं।
  • लौकी के सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम होता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि लौकी मे फैट और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है लौकी का जूस प्रतिदिन सेवन करने से रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने मे मदद करता है।
  • लौकी के जूस सेवन करने से रक्तचाप की समस्या को भी कम करने में मदद मिली है लौकी के रस में पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
  • लौकी में कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं जिसके कारण लौकी के उपयोग करने पर त्वचा में होने वाली समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता जो त्वचा को क्षति पहुंचने से रोकता है और चेहरे को चमकदार बनाता है।
  • बाल झड़ने की समस्या आज के समय में बहुत ही आम हो गई है लेकिन लौकी में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो कि बालों की समस्या को कम करते हैं लौकी के रस को तिल के तेल में मिलाकर उपयोग करने से बाल की समस्या को कम करने में मदद मिलती है।

लौकी के नुकसान (Side Effects of Gourd in Hindi)

लौकी का उपयोग अधिकत्तर सब्जी, जूस, मिटाई मे अधिक उपयोग किया जाता है। इसका लोग अपनी पसंद के हिसाब से उपयोग करते हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह हमारे लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए आपको लौकी का उतना ही उपयोग करना चाहिए जिससे आप को कोई समस्याओं का सामना ना करना पड़े। लौकी के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने लौकी के कुछ नुकसान के बारे में बताया है।

  • लौकी का रस अगर अधिक कड़वा आ रहा है तो उसका उपयोग ना करें क्योंकि वह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • कुछ रिसर्च में पाया गया है कि गर्भावस्था में लौकी का कड़वा जूस नहीं पीना चाहिए क्योंकि वह गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है।

यहां हमने लौकी से संबंधित कुछ जानकारियां इस लेख में बताई हैं लौकी हम सब सामान्य रूप से उपयोग करते हैं और इसका अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए जिससे कि किसी प्रकार की समस्या का कारण बने। अगर आपको किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही उपयोग करें। आशा करता हूं कि आज हमने लौकी के बारे में जो आपको जानकारियां प्रदान की है वह आपके लिए काफी मददगार साबित हुई होंगी। ऐसे ही जानकारियों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1.) लौकी का वैज्ञानिक नाम और कुल क्या है ?

Answer:- लौकी का वैज्ञानिक नाम Lagenaria siceraria (सोलानम मेलोन्गेना) है।

2.) लौकी में कौन से विटामिन पाए जाते हैं?

Answer:- विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन और मिनरल पाये जाते है।

3.) लौकी की खेती के लिए किस प्रकार की मिट्टी सबसे अच्छी होती है?

Answer:- लौकी के लिए दोमट मिट्टी को सबसे उपयोगी मिट्टी माना जाता है, लेकिन उचित जल निकासी आवश्यक है। पौधों को खेत में करने से पहले खेत मे मिट्टी में सड़ी गोबर की खाद तथा अमोनियम सल्फेट उर्वरक प्रयुक्त किया जा सकता हैं।

4.) लौकी से बनी कुछ रेसिपीयाँ क्या हैं?

Answer:- लौकी से कई प्रकार के रेसिपी बनाई जाती है। लौकी से कई प्रकार की मसालेदार तरकारी या सब्जियां बनती हैं। भारत में स्टफ्ड लौकी, लौकी की यख्नी, बॉटल गौड़ मुस्सल्लम, घिया के कोफ्ते, लौकी का डालना, दूधी का हल्वा, घिया चना दाल, कढ़ी पत्ता के साथ भुनी लौकी, घिया मलाईवाला सहित कई प्रकार की रेसिपी बनाई जाती है।

5.) लौकी खाने के क्या फायदे हैं?

Answer:-लौकी फाइबर से भरपूर होती है, जो वजन घटाने और पाचन में मदद कर सकती है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण भी होते हैं, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के स्तर को कम कर सकते हैं, और इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं जो त्वचा को लाभ पहुंचा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, लौकी मूत्र संबंधी विकारों और बालों के झड़ने में मदद कर सकती है।

6.) लौकी का सेवन कैसे करें?

Answer:-लौकी का उपयोग विभिन्न प्रकार से किया जा सकता है, जैसे सूप, स्टॉज, करी और सलाद में। इसका जूस भी निकाला जा सकता है, कई लोग सुबह खाली पेट लौकी के जूस का सेवन करते हैं।

7.) क्या लौकी के सेवन से कुछ नुकसान होता हैं?

Answer:- लौकी के कई फायदे हैं, वहीं कुछ परिस्थितियों में यह हानिकारक भी हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि रस बहुत कड़वा है, तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह शरीर को हानि पहुँचा सकता है। गर्भवती महिलाओं को भी कड़वे जूस का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह हानिकारक हो सकता है।

8.) लौकी का उपयोग कब करना चाहिए?

Answer:- कब्ज, दस्त, मूत्र पथ के संक्रमण और पीलिया सहित विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए लौकी का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया गया है। इसके बीज और पत्तियों का उपयोग मधुमेह के इलाज में भी किया जाता है, जबकि इसके रस का उपयोग लीवर की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।

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