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पपीता का वैज्ञानिक नाम, फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान

पपीता का वैज्ञानिक नाम, scientific name of papaya पपीता के फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान पपीता के नुकसान पपीता के फायदे और नुकसान पपीता खाने के फायदे व नुकसान पपीता की रेसिपी – पपीता एक फल है भारत में पपीता की खेती लगभग 300 वर्ष पूर्व से हो रहा है भारत में इसकी खेती बहुत ही अधिक पसंद की जाती है फल देने वालों में सबसे शीघ्र फल पपीता देता है। पेड़ लगाने के 1 वर्ष के अंदर यह फल दे देता है। अन्य पेड़ों की अपेक्षा यह कम जगह में अच्छा उत्पादन देता है। इसके लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मिट्टी मानी जाती है पपीते के बीज मार्च से जून तक होना चाहिए और जुलाई अगस्त महीने के पेड़ लगाने चाहिए पपीता का उपयोग औषधि रूप में अधिक किया जाता है यह पेट के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है । पपीता भूख भी बढ़ाता है। कच्चे पपीते के दूध को निकालकर पपेन तैयार किया जाता है। पपेन पाचन संबंधी औषधि के रूप में जाना जाता है। पपीता मे विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी सहित कैल्शियम, लोहा, प्रोटीन आदि प्रचुर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं। जो शरीर में बहुत ही फायदेमंद होता है। आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि पपीता से शरीर में क्या क्या लाभ होता है। साथ ही साथ आप को बताएंगे की पपीता का वैज्ञानिक नाम, फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान। जो श्याद आप नही जानते होगें।

पपीता का वैज्ञानिक नाम एवं कुल (Papaya Scientific Name in Hindi )

  • पपीता का वैज्ञानिक नाम कॅरिका पपया ( carica papaya ) है।
  • पपीता केरीकेसी ( Caricaceae ) कुल का पौधा हैं।
  • पपीता सभी उष्ण समशीतोष्ण जलवायु वाले प्रदेशों में होता है।
  • पपीते के पेड़ में तीन या चार साल तक ही अच्छे फल लगते हैं।
  • इसका स्वाद मीटा होता है। लोग आसानी से खा सकते है।
  • इसका उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है।
  • पपीते में कई विटामिन पाये जाते है।
  • पपीते की रेसिपी कैसे बनाई जाती है। आइये जानते हैं पपीते की सब्जी बनाने की रेसिपी के बारे में

पपीता की रेसिपी

पपीता तो लगभग सभी के घर में इस्तेमाल किया जाता है। पपीता सेहत के लिए अच्छा माना जाता है पपीता खाने से शरीर के कई रोग खत्म हो जाते है। पपीता का आम तौर पर लोग सब्जी, कोप्ता, जूस, आदि मे उपयोग करते है। आज हम आपको पपीता की सब्जी बनाने की रेसिपी बनाना बताएंगे पपीता की सब्जी बनाने की रेसिपी कैसे बनाये जिसके लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री जुटाने की जरूरत नहीं है और बहुत ही कम समय में पपीता की सब्जी बनाने की रेसिपी बनाकर तैयार कर सकते है।

पपीता की सब्जी बनाने की रेसिपी बनाने के लिए सामान

  • पपीता (banana)
  • सरसों का तेल (mustard oil)
  • जीरा (Cumin)
  • तेजपत्ता (Bay leaf)
  • सूखी लाल मिर्च (dry red chili)
  • उबले हुए आलू (boiled potatoes)
  • धनिया पाउडर (coriander powder)
  • लाल मिर्च पाउडर (chilli powder)
  • कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर (Kashmiri Red Chilli Powder)
  • गरम मसाला (Garam Masala)
  • नमक (Salt)
  • हल्दी (Turmeric)
  • घी (Ghee)

पपीता की सब्जी बनाने का आसान तरीका

  • सबसे पहले कच्चे पपीता के छिलकों को छीलकर उसे काट लिजिए।
  • आलू को उबालकर उसे अच्छे से छीलकर उसे भी छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लिजिए।
  • इसके बाद अपने गैस को चालू करिए और एक कराही रखिए उसमें सरसों के तेल को डालिए और जब तेल हल्का सा गर्म हो जाए तो तो पहले कटे हुए केले को फ्राई करने के लिए डाले और जब पपीता हल्का गोल्डन कलर का हो जाए तब उसे निकाल दें।
  • इसके बाद फिर से कराही में सरसों का तेल डालें और उसे हल्का गर्म करें।
  • इसके बाद उसमें जीरा, सुखी लाल मिर्च और तेजपत्ता को डालें।
  • जब जीरा हल्का चटकने लगे तब उसमें पपीता और आलू डाल दीजिए।
  • इसके बाद उसमें सारे मसाले को भी डाल दीजिए गरम मसाला अभी नहीं डालना है।
  • इसके बाद धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, नमक, कश्मीरी लाल मिर्च और फिर उसे अच्छी तरह से चलाएं और हल्का सा पानी भी डाल दें।
  • सब कुछ डालने के बाद लगभग 5 से 7 मिनट तक पकाये जब सब्जी अच्छे से उबलने लगे तब उसका ढक्कन हटाकर उसमें गरम मसाला को डाल दीजिए और फिर 2 से 3 मिनट तक पकाएं और इसके बाद गैस को बंद करे।
  • इस प्रकार से आपकी पपीता की सब्जी बनकर तैयार हो गई है इसे आप रोटी या चावल के साथ सर्व कर सकते हैं।

पपीता का उपयोग

पपीता का कई तरह से उपयोग किया जाता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। पपीता मे अधिक मात्रा मे औषधि गुण पाया जाता हैं। पपीता का स्वाद मीटा होता है। पपीता की सब्जी, कोप्ता, जूस बनाकर खाये यह हमारे लिए औषधि के रुप मे काम करता है। जो हमारे स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।

  • पपीता की स्वादिष्ट सब्जी बनायी जाती है।
  • पपीता का कोप्ता बनाकर लोग चाव से खाते है।
  • पपीता का जूस बनाकर भी पिया जाता है जो कि बहुत ही फायदेमंद का कार्य करता है।
  • पपीता को त्वचा पर लगाने पर त्वचा में निखार आती है इसका फेस मास्क भी बनाकर उपयोग किया जाता है

चलिए आपको बताते हैं कि पपीता खाने से शरीर में किस प्रकार के फायदे और नुकसान होने है, दोनों के बारे में पूरी जानकारी देंगे तो आप हमारे साथ बने रहें और पपीता के बारे मे पूरी जानकारी नीचे प्राप्त करें।

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पपीता के फायदे (Benefits of Papaya in Hindi)

अगर आप भी पपीता का उपयोग नही करते है तो यह पढ़ने के बाद आप जरूर पपीता का उपयोग करना शुरू कर देंगे, क्योंकि पपीता में कई प्रकार के औषधि गुण पाए जाते हैं जो हमें स्वस्थ रखने के लिए काफी मदद करते हैं। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि पपीता में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं उसमें, कॉपर, सेलेनियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, सोडियम, जिंक, पोटैशियम, तथा के प्रोटीन भी पाए जाते हैं। पपीता बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके बारे में पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे है। आप इसे पुरा पढ़े

1. पपीता शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी की एक रिसर्च के अनुसार पपीते के जूस में पॉलीफेनोल्स में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं और हमारे हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ अन्य बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं साथ ही साथ शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल को कम करने में भी सहायक होते हैं यही नहीं एंटीऑक्सीडेंट को गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पाचन की समस्याओं को भी दूर करने में मदद मिलती है क्योंकि इसमें कैरोटीनॉयड भी पाया जाता है जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है इसलिए हमें पपीते का उपयोग करना चाहिए।

2. त्वचा के लिए पपीता के फायदे

त्वचा को सुंदर बनाने के लिए पपीता बहुत ही लाभकारी फल माना जाता है एक रिसर्च के अनुसार पपीते में बायोफ्लेवोनोइड और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं यह दोनों त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने के साथ-साथ दाग धब्बे को साफ करने मैं मदद करते हैं तथा चेहरे पर पड़ी झुर्रियों को भी कम कर में भी सहायक होते हैं इसके अलावा पपीता आंखों के नीचे काले घेरे को भी कम करने में सहायक होता है एक्जिमा और सोरायसिस जैसे रोगों को ठीक करने में भी मदद करता है आज के समय में मुंहासे को नियंत्रण करने में पपीता बहुत ही कारगर साबित माना जाता साथ ही साथ लाइकोपीन पपीते को नारंगी रंग देता है या त्वचा को सूरज से निकलने वाली हानिकारक किरणों से हमें बचाता है और हमारी उम्र पर त्वचा पर प्रभाव नहीं पड़ने देता है।

3. बाल मे रुसी के लिए पपीता के फायदे

रूसी की समस्या एक आम समस्या देखी जाती है क्योंकि धूल मिट्टी की वजह से बालों में डैंड्रफ बहुत ही तेजी से बढ़ती है धीरे-धीरे यह बालो को कमजोर बनाने लगता है एक रिसर्च में पाया गया है कि पपीते में बायोफ्लेवोनोइड और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भरपूर पाई जाती है जो डैंड्रफ को दूर करने में मदद करती है।तथा हमारे बालों को सुंदर बनाने में मदद करती है और डैंड्रफ को दूर कर बालों को इससे होने वाले बुरे प्रभाव से बचा सकते हैं। वही एक रिसर्च के अनुसार जिन शैंपू और साबुन में पपीते का रस मिलाया जाता है वह रूसी और बालों को झड़ने से रोकने में कारगर साबित होता है

4. ऊर्जा बढ़ाने के लिए पपीता का उपयोग

शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने के लिए या ऊर्जा को प्राप्त करने के लिए पपीते का उपयोग किया जा सकता है खाली पेट पपीते का सेवन करने से बहुत ही जबरदस्त फायदा मिलता है एक रिसर्च के अनुसार बताया गया है कि पपीते को ऊर्जा का स्रोत माना जाता है व्यायाम के दौरान शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने में बहुत ही जबरदस्त मदद करता है यही कारण है कि एथलीट, जिम करने वाले शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने के लिए पपीते का लगातार सेवन करते हैं जिससे उनके शरीर में पर्याप्त ऊर्जा बनी रहती है और उन्हें किसी भी प्रकार की शारीरिक और मानसिक थकान ना हो। वह अपने कार्य पर ध्यान दे पाते हैं इसीलिए हमें अपने शरीर में उर्जा को बनाए रखने के लिए पपीते का उपयोग करना चाहिए।

5. वजन घटाने के लिए पपीता का उपयोग

पपीता वजन घटाने के लिए फायदेमंद हो सकता है। पपीता एक कम कैलोरी वाला फल है जो फाइबर में उच्च होता है, जो आपको पूर्ण महसूस करने और आपके कैलोरी सेवन को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, पपीते में पपैन नामक एक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है और पाचन में सहायता करता है। यह कब्ज और सूजन को रोकने में मदद कर सकता है, जो वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है। पपीता का उपयोग करने से मोटापे की समस्या कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है हालांकि रोगियों को इसके सेवन के साथ-साथ हैं नियमित व्यायाम और संतुलित खानपान का विशेष ध्यान देना जरूरी होगा ताकि इस रोग से उन्हें एक सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सके।

6. गर्भावस्था के लिए पपीता के फायदे

पका हुआ पपीता गर्भावस्था के दौरान लाभ प्रदान कर सकता है। एक रिसर्च के अनुसार, पके पपीते का सेवन गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस जैसे मतली और उल्टी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कच्चे पपीते, विशेष रूप से बीज और त्वचा में पपैन नामक एंजाइम का उच्च स्तर होता है जो भ्रूण के लिए हानिकारक हो सकता है और जन्म दोष पैदा कर सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कच्चे पपीते या पपीते के बीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में कोई भी नया भोजन शामिल करने से पहले अपने डाक्टर से सहाल जरूर ले ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपके और आपके बच्चे के लिए सुरक्षित है।

7. पाचन प्रकिया में पपीता के फायदे

शरीर में पाचन प्रक्रिया का सही रहना बहुत ही आवश्यक होता है क्योंकि सभी रोगों का जड़ पाचन से संबंधित होता है इसलिए पपीता का जूस पीने से हमारी पाचन क्रिया सही रहती है दरअसल कई रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि पाचन सुधार और भूख बढ़ाने के लिए पपीता का उपयोग किया जा सकता है वहीं एक रिसर्च के अनुसार पपीता पेट के अल्सर और अपच की समस्या को सुधारने में भी बहुत ही कारगर साबित देखा गया है साथ ही साथ पेट में बनी हुई गैस की समस्या से राहत दिलाने में पपीता बहुत ही कारगर साबित होता है इन सभी तथ्यों से यह कहा जा सकता है कि पपीता का उपयोग करने से हमारी पाचन क्रिया बहुत ही मजबूत होती है और हमारा शरीर स्वस्थ बनता है।

8. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए पपीता के फायदे

पपीता अपने एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोस्टिममुलेंट गुणों के कारण इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। रिसर्च से पता चला है कि पपीते का रस कुछ प्रतिरक्षा कोशिकाओं की गतिविधि को बढ़ाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है। पपीता विटामिन सी का भी एक अच्छा स्रोत है, जो सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करके प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, पपीता विटामिन ए से भरपूर होता है, जो स्वस्थ त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, ये दोनों ही संक्रमण के खिलाफ अवरोधक के रूप में कार्य करते हैं।

9. प्लेटलेट को बढ़ाने के लिए पपीता का उपयोग

प्लेटलेट्स छोटी रक्त कोशिकाएं होती हैं जो शरीर में रक्तस्राव को रोकने के लिए रक्त के थक्कों के निर्माण में मदद करती हैं। रिसर्च के अनुसार पपीता के रस और अन्य भागों में कुछ घटकों जैसे कैरापेन, मैलिक एसिड, क्विनिक एसिड और क्लिटोरिन की उपस्थिति के कारण प्लेटलेट को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

दरअसल, डेंगू बुखार के मामलों में प्लेटलेट को बढ़ाने के घरेलू उपाय के तौर पर पपीते और पपीते की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो प्लेटलेट काउंट में कमी का कारण बन सकता है, जिससे रक्तस्राव संबंधी जटिलताएं हो सकती हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस संबंध में पपीते के पत्तों के उपयोग से सबसे अधिक लाभ देखे गए हैं।

10. हृदय के लिए पपीता के फायदे

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च के अनुसार पपीते का कार्डियोटॉक्सिसिटी के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव हो सकता है, जो हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है जो पूरे शरीर में रक्त को ठीक से पंप करने की हृदय की क्षमता को कम कर सकता है। इसके अलावा, पपीते के अर्क में कार्डियोप्रोटेक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए गए हैं जो कार्डियोटॉक्सिसिटी को रोकने और प्रबंधित करने और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। इसलिए पपीता खाना दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।

पपीता के नुकसान (Side Effects of Papaya Hindi)

पपीता का उपयोग अधिकत्तर सब्जी, कोप्ता, जूस के रुप मे उपयोग किया जाता है। इसका लोग अपनी पसंद के हिसाब से उपयोग करते हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह हमारे लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए आपको पपीता का उतना ही उपयोग करना चाहिए, जिससे आप को कोई समस्याओं का सामना ना करना पड़े। पपीता के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने पपीता के खाने से कुछ नुकसान के बारे में बताया है।

  • यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पपीते में पपेन नामक यौगिक होता है, जो इसके लेटेक्स में मौजूद होता है। बड़ी मात्रा में पपैन को मुंह से लेने से गले में भोजन नली को नुकसान हो सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान कच्चे पपीते का सेवन करना हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें मौजूद पपैन भ्रूण के लिए जहर का काम कर सकता है या जन्म दोष पैदा कर सकता है।
  • पपीता अधिक मात्रा में खाने से भी थायराइड की समस्या हो सकती है, इसलिए जरूरी है कि इसका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाए।
  • पपीता रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को कम कर सकता है।
  • पपीते के लेटेक्स को त्वचा पर लगाने से कुछ लोगों में गंभीर जलन और एलर्जी हो सकती है।

यहां हमने पपीता से संबंधित कुछ जानकारियां इस लेख में बताई हैं पपीता हम सब सामान्य रूप से सब्जी, कोप्ता, जूस,आदि मे उपयोग करते हैं। लेकिन इसका अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए जिससे कि किसी प्रकार की समस्या का कारण बने। अगर आपको किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही उपयोग करें। आशा करता हूं कि आज हमने पपीता के बारे में जो आपको जानकारियां प्रदान की है वह आपके लिए काफी मददगार साबित हुई होंगी। ऐसे ही जानकारियों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1.) पपीता का वैज्ञानिक नाम और कुल क्या है ?

Answer:- पपीता का वैज्ञानिक नाम कॅरिका पपया ( carica papaya ) है।

2.) पपीता त्वचा को कैसे लाभ पहुंचा सकता है?

Answer:- पपीते में बायोफ्लेवोनॉइड्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाते हैं, धब्बे और झुर्रियां साफ करते हैं, आंखों के नीचे काले घेरे कम करते हैं और एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियों को ठीक करते हैं।

3.) क्या पपीता डैंड्रफ कम करने में मदद कर सकता है?

Answer:- हां, पपीता बायोफ्लेवोनॉइड्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो रूसी को दूर करने और बालों को सुंदर बनाने में मदद करता है। पपीते के रस वाले शैंपू और साबुन का उपयोग रूसी और बालों के झड़ने को रोकने में प्रभावी हो सकता है।

4.) क्या पपीता ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोगी है?

Answer:- हाँ, खाली पेट पपीते का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ सकता है। पपीता को ऊर्जा का स्रोत माना जाता है और व्यायाम के दौरान ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है, जिससे यह एथलीटों और जिम जाने वालों के बीच लोकप्रिय हो जाता है।

5.) पपीता वजन घटाने में कैसे सहायता कर सकता है?

Answer:-पपीता एक कम कैलोरी वाला फल है जो फाइबर में उच्च होता है, जिससे आप पूर्ण महसूस करते हैं और कैलोरी का सेवन कम करते हैं। पपीते में पाया जाने वाला एक एंजाइम पपैन, पाचन में सहायता करता है और कब्ज और सूजन को रोक सकता है, वजन बढ़ाने में योगदान देता है।

6.) क्या गर्भावस्था के दौरान पपीता खाना सुरक्षित है?

Answer:- पका पपीता गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस के लक्षणों को कम कर सकता है, लेकिन कच्चे पपीते, विशेष रूप से बीज और त्वचा में उच्च स्तर का पपेन होता है, जो भ्रूण के लिए हानिकारक हो सकता है और जन्म दोष पैदा कर सकता है। गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में कोई भी नया भोजन शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

7.) क्या पपीता पाचन प्रक्रिया को लाभ पहुंचा सकता है?

Answer:- जी हां, पपीते का रस अपने फायदेमंद गुणों के कारण पाचन, पेट के अल्सर, अपच और पेट में गैस की समस्या में सुधार करने में मदद कर सकता है। पपीते का रस पीने से पाचन तंत्र को मजबूत करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

8.) पपीता प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे बढ़ा सकता है?

Answer:- पपीता के एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोस्टिममुलेंट गुण कुछ प्रतिरक्षा कोशिकाओं की गतिविधि को बढ़ाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकते हैं। पपीता विटामिन सी और विटामिन ए का भी एक अच्छा स्रोत है, जो सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करके प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है।

9.) क्या पपीता खाने के कोई नुकसान हैं?

Answer:- पपीते के कई नुकसान हो सकते हैं। बड़ी मात्रा में पपेन का सेवन, पपीता के लेटेक्स में पाया जाने वाला एक यौगिक, भोजन नली को नुकसान पहुंचा सकता है। गर्भावस्था के दौरान कच्चा पपीता खाना भ्रूण के लिए हानिकारक हो सकता है या पपेन की मात्रा के कारण जन्म दोष पैदा कर सकता है। पपीते के अधिक सेवन से थायराइड की समस्या और ब्लड शुगर लेवल भी कम हो सकता है।

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