चीकू का वैज्ञानिक नाम, scientific name of Chikoo चीकू के फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान चीकू के नुकसान चीकू के फायदे और नुकसान चीकू का वैज्ञानिक नाम in hindi चीकू खाने के फायदे व नुकसान चीकू की रेसिपी – चीकू एक फल है जो मैक्सिको, मध्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। हालाँकि, इसकी खेती भारत सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में भी की जाती है, जहाँ इसे चीकू के नाम से जाना जाता है। भारत में, चीकू मुख्य रूप से इसके फल के लिए उगाया जाता है, जो आकार में छोटा होता है और इसमें 3-5 चमकदार काले बीज होते हैं। यह कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात सहित कई राज्यों में उगाया जाता है, जिसमें 5.4 लाख मीट्रिक टन वार्षिक उत्पादन के साथ लगभग 65 हजार एकड़ भूमि शामिल है। इसके फल के अलावा चीकू की खेती लैटेक्स के उत्पादन के लिए भी की जाती है जिसका उपयोग च्युइंगम बनाने में किया जाता है। चीकू मे कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं जो कई प्रकार के रोगों को नियंत्रित करते है। वे विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो शरीर में बहुत ही फायदेमंद होता है। आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि चीकू से शरीर में क्या क्या लाभ होता है। साथ ही साथ आप को बताएंगे की चीकू का वैज्ञानिक नाम, फायदे, नुकसान, बनने वाले पकवान। जो श्याद आप नही जानते होगें।
चीकू का वैज्ञानिक नाम एवं कुल (Chikoo Scientific Name in Hindi )
- चीकू का वैज्ञानिक नाम सैपोडिला (sapodilla) या मनिलकारा जपोटा (Manilkara zapota) है।
- चीकू सैपोटेसी कुल का पौधा है।
- चीकू मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं लम्बा गोल, साधारण लम्बा गोल और गोल।
- इसका स्वाद पकने के बाद मीटा होता है। लोग आसानी से खा सकते है।
- इसका उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है।
- चीकू की रेसिपी कैसे बनाई जाती है। आइये जानते हैं चीकू की सब्जी बनाने की रेसिपी के बारे में
चीकू की रेसिपी
चीकू तो लगभग सभी के घर में इस्तेमाल किया जाता है। चीकू सेहत के लिए अच्छा माना जाता है चीकू खाने से शरीर के कई रोग खत्म हो जाते है। चीकू का आम तौर पर लोग जूस, आदि मे उपयोग करते है। आज हम आपको चीकू मिल्क शेक रेसिपी
बनाना बताएंगे चीकू मिल्क शेक रेसिपी बनाने की रेसिपी कैसे बनाये जिसके लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री जुटाने की जरूरत नहीं है और बहुत ही कम समय में चीकू मिल्क शेक रेसिपी बनाने की रेसिपी बनाकर तैयार कर सकते है।
चीकू मिल्क शेक बनाने की रेसिपी बनाने के लिए सामान
- 2 पके चीकू (चीकू), छीलकर और कटे हुए
- 1 कप ठंडा दूध
- आइसक्रीम के 2-3
- शहद या चीनी के 1-2 बड़े चम्मच
- बर्फ के टुकड़े
चीकू मिल्क शेक बनाने का आसान तरीका
- कटे हुए चीकू को मिक्सर में डालें।।
- इसके बाद ठंडे दूध डालें और वैनिला आइसक्रीम डालें।
- डाले गये सामग्री को चिकना और क्रीमी होने तक अच्छे से मिक्सर को चलाये।
- यदि आप मीठा मिल्कशेक पसंद करते हैं, तो स्वाद के लिए शहद या चीनी मिलाएँ।
- यदि आप गाढ़ा घोल चाहते हैं, तो कुछ बर्फ के टुकड़े डालें और फिर से मिक्स करें।
- मिल्कशेक को गिलासों में डालें और ठंडा ठंडा परोसें।
- अपने स्वादिष्ट और पौष्टिक चीकू मिल्कशेक का आनंद लें।
चीकू का उपयोग
चीकू का कई तरह से उपयोग किया जाता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। चीकू मे अधिक मात्रा मे औषधि गुण पाया जाता हैं। चीकू पकने के बाद हल्का मीटा होता है। चीकू का जूस पीया जाता है यह हमारे लिए औषधि के रुप मे काम करता है। जो हमारे स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
- चीकू का सभी फलो की तरह खाया जाता है।
- चीकू को आइसक्रीम बनाने के लिए भी उपयोग करतै है।
- चीकू का जूस बनाकर भी पिया जाता है जो कि बहुत ही फायदेमंद का कार्य करता है।
- इसके अलावा, चीकू का मुरब्बा आमचूर बनाकर का भी सेवन किया जा सकता है।
- आम का गर्मी के मौसम मे चीकू का सलाद बनाकर उपयोग कर सकते है।
- इसका हलवा बनाकर भी उपयोग किया जाता है।
- चीकू से स्वीट सॉस भी बनाया जा सकता है। जो हमारे बहुत फायदेमंद होता है।
चलिए आपको बताते हैं कि चीकू खाने से शरीर में किस प्रकार के फायदे और नुकसान होने है, दोनों के बारे में पूरी जानकारी देंगे तो आप हमारे साथ बने रहें और चीकू के बारे मे पूरी जानकारी नीचे प्राप्त करें।
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चीकू के फायदे (Benefits of Chikoo in Hindi)
अगर आप भी चीकू का उपयोग नही करते है तो यह पढ़ने के बाद आप जरूर चीकू का उपयोग करना शुरू कर देंगे, क्योंकि चीकू में कई प्रकार के औषधि गुण पाए जाते हैं जो हमें स्वस्थ रखने मे काफी मदद करते हैं। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि चीकू में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं उसमें, कॉपर, सेलेनियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, सोडियम, जिंक, पोटैशियम, तथा के प्रोटीन भी पाए जाते हैं। चीकू बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके बारे में पूरी जानकारी हम नीचे दे रहे है। आप इसे पुरा पढ़े
1. मस्सा और फंगल इंफेक्शन के लिए चीकू के फायदे
बढ़ती उम्र के साथ त्वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती है इस झुर्रियो से बचने के लिए हमें चीकू का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि क्या होता है कि हम अपनी त्वचा का ख्याल समय के साथ नहीं रख पाते अपने काम में इतने व्यस्त रहते हैं और जब कभी ध्यान पड़ता है तो हम अपनी त्वचा को देखते हैं तो उस पर झुर्रियां पड़ी होती है इसके लिए लोग एंटी-एजिंग क्रीम का भी उपयोग करते हैं। लेकिन आपके लिए हम घरेलू उपचार बता दें कि चीकू के फायदे इसके विकल्प के रूप में जाना जाता है दरअसल इस में एंटी-ऑक्सिडेंट प्रभाव के साथ साथ के साथ ही पॉलीफेनोल और फ्लेवोनॉयड कंपाउंड पाए जाते हैं जो हमारे झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं और हमारे चेहरे सहीत शरीर की त्वचा को सुंदर बनातो है। इसलिए चीकू को हैप्पी फूड भी कहा जाता है।
2. त्वचा के लिए चीकू के फायदे
हमारे शरीर और त्वचा दोनों की देखभाल करना महत्वपूर्ण है, खासकर आज की प्रदूषित दुनिया में जहां हमारी त्वचा अपनी प्राकृतिक चमक खो सकती है। फल खासकर चीकू त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है। शोध से पता चला है कि चीकू में मौजूद विटामिन-ई, ए और सी त्वचा को स्वस्थ बनाने में मदद करते है। मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा को रुखेपन से बचाकर सेहमंद रखने में सहायता कर सकता है । चीकू में मुंहासे रोधी गुण भी होते हैं जो मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया के जोखिम को कम कर सकते हैं, हालांकि इस क्षेत्र में और अधिक शोध की आवश्यकता है। यदि आप अपनी त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करना चाहते हैं, तो चीकू को अपने आहार में शामिल करने पर विचार करें, खासकर गर्मियों के महीनों में।
3. बालो के लिए चीकू के फायदे
चीकू बालों के विकास के लिए फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह विटामिन-ए, ई और सी से भरपूर होता है। विटामिन-ए सीबम को बढ़ाने मे मदद करता है, यह एक तैलीय पदार्थ है जो खोपड़ी को मॉइस्चराइज़ करता है और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है। विटामिन ए की कमी से बाल झड़ सकते हैं, वहीं विटामिन ए की अधिकता भी समस्या पैदा कर सकती है। विटामिन-ई और विटामिन-सी शरीर को फ्री-रेडिकल डैमेज से बचाते हैं, जो बालों के झड़ने में भी योगदान दे सकता है। चीकू के बीज का तेल सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस के कारण बालों के झड़ने को रोकने में भी मदद कर सकता है।
चीकू के बीज से निकाला गया तेल बालों को मुलायम बनाने और स्कैल्प को मॉइस्चराइज़ करने में मदद कर सकता है, जिससे इसे प्रबंधित करना आसान हो जाता है। चीकू के बीजों के पेस्ट को अरंडी के तेल में मिलाकर हेयर मास्क के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मिश्रण को स्कैल्प पर लगाया जा सकता है और कुछ घंटों के बाद बालों को हल्के से शैंपू कर लेना चाहिए।
चीकू डैंड्रफ को कम करने में भी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि फलों में मौजूद पॉलीफेनोलिक कंपाउंड में एंटी-फंगल गुण होते हैं। ये गुण डैंड्रफ और इसकी वजह से होने वाली खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं।
4. एंटी-इंफ्लामेटरी गुण
चीकू में टैनिन की मात्रा अधिक पाई जाती है जो कि एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट की तरह हमारे शरीर में कार्य करता है और हमारे आंत संबंधी समस्या जैसे सूजन, दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। शरीर में किसी भी प्रकार के सूजन व एडिमा से बचाव करने के लिए यह तरल पदार्थ को इकट्ठा करता है और समस्या को कम करने में मदद करता है। साथ ही साथ यह इंफ्लामेशन से भी हमें बचाने में मदद करता है। इंफ्लामेशन की वजह से ही गठिया रोग, ल्यूपस, किडनी, हार्ट और कई समस्याओं पर असर डालता है इसलिए हमें चीकू का उपयोग समय-समय पर करते रहना चाहिए जिससे हमारी शरीर स्वस्थ बनी रही रहे।
5. वजन घटाने के लिए चीकू का उपयोग
आज के समय में शरीर का वजन बढ़ना एक आम समस्या होती जा रही है।जो लोगों के लिए एक बहुत ही बड़ी समस्या है। ऐसे में आप चीकू फल का मदद ले सकते हैं। चीकू के रेगुलर सेवन करने से प्रत्यक्ष रूप से वजन कम करने में मदद मिली है। एक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च के अनुसार चीकू फल गैस्ट्रिक एंजाइम के स्राव को नियंत्रण कर सकता है। जिससे आगे मेटाबॉलिज्म नियंत्रित होता है। यह हमारे वजन को कम करने में मदद करता है। वही चीकू में डाइटरी फाइबर की बहुत अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो हमें लंबे समय तक भूख को नियंत्रण करने मदद करता है इसके आधार पर चीकू एक प्रभावकारी फल माना गया है फिलहाल वजन कम करने के लिए चीकू कितना प्रभावशाली है इस पर अभी अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता है।
6. ब्लड प्रेशर के लिए चीकू के फायदे
रिसर्च के अनुसार चीकू के सेवन से सिस्टोलिक रक्तचाप को कम करने मे मदद मिल सकती है, हालांकि यह प्रभाव उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना कि रक्तचाप की दवाओं का। इसके अतिरिक्त, आम का रस रक्तचाप को कम करने में प्रभावी हो सकता है, खासकर युवा लोगों और मोटापे से ग्रस्त लोगों में। चीकू का रस पीने से आराम करने वाले व्यक्तियों में रक्तचाप के स्तर में सुधार देखा गया है। इसके अलावा, व्यायाम के बाद रक्तचाप में सुधार हो सकता है, जो किसी व्यक्ति के शुरुआती रक्तचाप के स्तर पर निर्भर करता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि चीकू का रक्तचाप कम करने मे मदद करता है, जिसका अर्थ है कि वे रक्तचाप को कम कर सकते हैं। हालांकि, निम्न रक्तचाप वाले व्यक्तियों को सावधानी के साथ चीकू का सेवन करना चाहिए या उन्हें अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने डाक्टर की सलाह जरुर ले।
7. पाचन और कब्ज के लिए चीकू के फायदे
शरीर को स्वस्थ करने के लिए पाचन क्रिया का सही रहना बहुत आवश्यक है। इसके लिए शरीर में फाइबर की मात्रा अधिक रहना बहुत ही जरूरी होता है। शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ाने के लिए हमें चीकू फल का इस्तेमाल करना चाहिए। जिससे हमारे शरीर में अपशिष्ट पदार्थ को मल के रूप में बाहर निकालने मे मदद करता है। चीकू में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए चीकू खाने से पाचन क्रिया सही रहती है। यह फाइबर लैक्सेटिव की तरह कार्य करता है। जो हमारे मल को आसानी से मलद्वार से बाहर निकालने में मदद करता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। चीकू के फल को पानी में उबालकर पीने से भी डायरिया ठीक हो सकती है। वही चीकू हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है।
8. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए
शरीर को स्वास्थ्य बनाए रखने और बदलते मौसम और धूल और मिट्टी जैसे पर्यावरणीय कारकों के कारण होने वाले संक्रमण को रोकने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का होना जरुरी है। अगर हम अपने आहार में चीकू को शामिल करते है तो आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। ये विटामिन-सी का एक समृद्ध स्रोत हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आवश्यक है। इसके अतिरिक्त एक रिसर्च से पता चला है कि विटामिन-सी संक्रमण से लड़ने और एलर्जी को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए चीकू का सेवन न केवल उनके स्वाद के लिए बल्कि उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए भी किया जा सकता है।
9. प्रेगनेंसी में चीकू के फायदे
ऐसे कई फल हैं जिनका गर्भावस्था के दौरान सेवन करना फायदेमंद माना जाता है और चीकू उनमें से एक है। चीकू में कार्बोहाइड्रेट, प्राकृतिक शर्करा और विटामिन-सी जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की उच्च सामग्री के कारण गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए अत्यधिक फायदेमंद माना जाता है। गर्भवती महिलाओं द्वारा अनुभव की जाने वाली कमजोरी को कम करने के साथ-साथ, यह गर्भावस्था के अन्य लक्षणों जैसे मतली और चक्कर आना कम करने में मदद कर सकता है। चीकू में मौजूद आयरन और फोलेट जैसे पोषक तत्व गर्भावस्था के दौरान एनीमिया के खतरे से बचाने में भी फायदेमंद हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, चीकू में मैग्नीशियम होता है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
10. हड्डियों के लिए चीकू के फायदे
मजबूत हड्डियों के लिए कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं। चीकू इन तीन पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। यह तांबे का भी एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों, संयोजी ऊतक और मांसपेशियों के लिए आवश्यक है। कॉपर ऑस्टियोपोरोसिस, मांसपेशियों की कमजोरी, ताकत में कमी और कमजोर जोड़ों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, चीकू की मैंगनीज, जिंक और कैल्शियम सामग्री उम्र बढ़ने के कारण हड्डियों के नुकसान से बचाने में मदद कर सकती है।
चीकू के नुकसान (Side Effects of Chikoo Hindi)
चीकू का उपयोग अधिकत्तर, फल, जूस के रुप मे उपयोग किया जाता है। इसका लोग अपनी पसंद के हिसाब से उपयोग करते हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह हमारे लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए आपको चीकू का उतना ही उपयोग करना चाहिए, जिससे आप को कोई समस्याओं का सामना ना करना पड़े। चीकू के खाने से हमें फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नीचे हमने चीकू के खाने से कुछ नुकसान के बारे में बताया है।
- कच्चे चीकू में लैक्टस और टैनिन पाए जाते हैं इसका अधिक सेवन करने से मुंह का स्वाद कड़वा हो सकता है।
- चीकू के अधिक उपयोग से मुंह में अल्सर की समस्या बन सकती है।
- चीकू के पिसे हुए बीज का सेवन करने से पेट में दर्द की समस्या देखी गई है।
- गर्भवती महिलाओं, खासकर गर्भावधि मधुमेह वाली महिलाओं को भी चीकू का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए।
- चीकू के पत्ते का सेवन करने से डायरिया और त्वचा पर हल्की खुजली भी हो सकती है।
- मधुमेह रोगियों को चीकू का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है
यहां हमने चीकू से संबंधित जानकारियां इस लेख में बताई हैं चीकू हम सब सामान्य रूप से फल, जूस,आदि के रुप मे उपयोग करते हैं। लेकिन इसका अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए जिससे कि किसी प्रकार की समस्या का कारण बने। अगर आपको किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही उपयोग करें। आशा करता हूं कि आज हमने चीकू का वैज्ञानिक नाम के साथ चीकू के बारे में जो आपको जानकारियां प्रदान की है वह आपके लिए काफी मददगार साबित हुई होंगी। ऐसे ही जानकारियों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1.) चीकू का वैज्ञानिक नाम और कुल क्या है ?
Answer:- चीकू का वैज्ञानिक नाम सैपोडिला (sapodilla) या मनिलकारा जपोटा (Manilkara zapota) है।
2.) क्या चीकू खाने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है?
Answer:- हां, चीकू फल वजन घटाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें आहार फाइबर होता है और गैस्ट्रिक एंजाइमों के स्राव को नियंत्रित कर सकता है, जो चयापचय और वजन कम करने में मदद करता है।
3.) क्या चीकू पाचन और कब्ज के लिए अच्छा है?
Answer:- जी हां, चीकू फल आहार फाइबर से भरपूर होता है, जो एक रेचक के रूप में काम करता है और हमारे मल को गुदा से आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
4.) क्या चीकू रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है?
Answer:- हाँ, चीकू फल प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है क्योंकि यह विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने, संक्रमण से लड़ने और एलर्जी को कम करने के लिए आवश्यक है।
5.) क्या चीकू ब्लड प्रेशर के लिए अच्छा है?
Answer:- रिसर्च से पता चलता है कि चीकू सिस्टोलिक रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है, हालांकि यह प्रभाव रक्तचाप की दवाओं जितना महत्वपूर्ण नहीं है। चीकू का रस पीने से आराम करने वाले व्यक्तियों में रक्तचाप के स्तर में सुधार देखा गया है।
6.) चीकू के सूजनरोधी गुण क्या हैं?
Answer:- चीकू में टैनिन होता है, जो शरीर में एक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करता है। यह शरीर में तरल पदार्थ जमा करके सूजन, दर्द और एडीमा को कम करने में मदद करता है।
7.) क्या चीकू प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद कर सकता है?
Answer:- हां, चीकू अपने उच्च विटामिन सी सामग्री के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद कर सकता है। विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक है।
8.) चीकू त्वचा को कैसे लाभ पहुंचा सकता है?
Answer:- चीकू में विटामिन ए, सी और ई होता है जो त्वचा को फायदा पहुंचा सकता है। इन विटामिनों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा को प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय कारकों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।
9.) क्या चीकू फल खाने के कोई नुकसान हैं?
Answer:- जी हां, कच्चे चीकू के अधिक सेवन से मुंह में कड़वा स्वाद, मुंह में छाले और पेट में दर्द हो सकता है। जेस्टेशनल डायबिटीज वाली गर्भवती महिलाओं को भी चीकू का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए। इसके अतिरिक्त चीकू के पत्तों का सेवन करने से डायरिया और त्वचा पर हल्की खुजली हो सकती है। मधुमेह रोगियों को चीकू का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से जांच करानी चाहिए क्योंकि इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।